हिरागाना चीनी वर्णों से विकसित हुआ, जैसा कि नीचे दिखाया गया है। हीरागाना को मूल रूप से ओनाडे या 'महिलाओं का हाथ' कहा जाता था जैसा कि मुख्य रूप से महिलाओं द्वारा उपयोग किया जाता था - पुरुषों ने कांजी और कटकाना में लिखा था। 10वीं शताब्दी तक, हीरागाना का इस्तेमाल हर कोई करता था। हीरागाना शब्द का अर्थ है "साधारण शब्दांश लिपि"।
हिरागाना का आविष्कार किसने किया?
कहा जाता है कि
काना का आविष्कार नौवीं शताब्दी में बौद्ध पुजारी कोकाई ने किया था।
कटकाना और हीरागाना कहाँ से आए?
कटकाना और हीरागाना पहले सही मायने में जापानी अक्षर हैं। वे 9वीं शताब्दी में उत्पन्न हुए थे जब जापानी लोग कांजी से अलग अपनी लेखन प्रणाली बनाना चाहते थे, जो चीनी से उधार ली गई थी।
हीरागाना की रचना कैसे हुई?
हिरागाना के अलग-अलग पात्र मनुष्य वर्णों की एक घसीट लिपि से बने थे जिन्हें 草書 (sōsho) कहा जाता है - यह अपने आप में एक लेखन प्रणाली नहीं थी, बल्कि एक लिखने का तरीका।
जापानी ने हीरागाना का उपयोग कब शुरू किया?
कटाकाना 9वीं शताब्दी की शुरुआत में और हीरागाना 9वीं शताब्दी के उत्तरार्ध के दौरान विकसित किया गया माना जाता है।