सफेद बेलबर्ड इतने जोर से क्यों होते हैं?

विषयसूची:

सफेद बेलबर्ड इतने जोर से क्यों होते हैं?
सफेद बेलबर्ड इतने जोर से क्यों होते हैं?
Anonim

जैसे-जैसे बेलबर्ड्स और पिहास के गीत समान रूप से तेज होते जाते हैं, वैसे-वैसे उनकी अवधि भी कम होती जाती है। शोधकर्ताओं का सुझाव है कि पक्षियों के श्वसन तंत्र की वायु प्रवाह को नियंत्रित करने और ध्वनि उत्पन्न करने की क्षमता में सीमाओं के कारण ऐसा है। यह खोज यौन चयन के परिणामों का एक और उदाहरण प्रस्तुत करती है।

सफ़ेद बेलबर्ड्स इतने ज़ोर से कैसे होते हैं?

इनमें से एक, दो में से दुर्लभ, अविश्वसनीय रूप से जोर से है (125 डेसिबल तक)। बोलियों के स्वरयंत्र में एक विशेष अंग जुड़ा होता है जिसे सिरिंक्स कहा जाता है जो इतने छोटे पक्षी से अविश्वसनीय शोर पैदा करता है।

सफ़ेद बेलबर्ड कितना तेज़ होता है?

2019 में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, सफेद बेलबर्ड पक्षियों के लिए रिकॉर्ड की गई अब तक की सबसे ऊंची कॉल करता है, जो 125 dB तक पहुंचती है। रिकॉर्ड पहले 116 डीबी के साथ चिल्लाते हुए पिहा के पास था।

सफ़ेद बेलबर्ड चोंच पर क्या है?

इसका नाम चमड़ी के तीन कृमि जैसी चमड़ी से आया है जो बिल के आधार से लटकती है। गाने और बातचीत के दौरान बढ़ाए जाने पर ये वेटल्स 10 सेमी (3.9 इंच) तक लंबे हो सकते हैं। बढ़ाए जाने पर भी मवेशी ढीले रहते हैं।

किस पक्षी की आवाज सबसे तेज होती है?

मिलिए सफेद बेलबर्ड से, दुनिया का सबसे ऊंचा पक्षी।

सिफारिश की: