किसने कहा कि समानता के बिना स्वतंत्रता निरर्थक है?

विषयसूची:

किसने कहा कि समानता के बिना स्वतंत्रता निरर्थक है?
किसने कहा कि समानता के बिना स्वतंत्रता निरर्थक है?
Anonim

नोबेल मेमोरियल पुरस्कार अर्थशास्त्री मिल्टन फ्रीडमैन ने अपनी पुस्तक पूंजीवाद और स्वतंत्रता में तर्क दिया है कि स्वतंत्रता दो प्रकार की होती है, अर्थात् राजनीतिक स्वतंत्रता और आर्थिक स्वतंत्रता, और यह कि आर्थिक स्वतंत्रता के बिना राजनीतिक स्वतंत्रता नहीं हो सकती।

किसने कहा आर्थिक समानता के बिना राजनीतिक स्वतंत्रता निरर्थक है?

उत्तर: जॉन स्टुअर्ट मिल या जे.एस. मिल ने कहा कि आर्थिक स्वतंत्रता के बिना राजनीतिक स्वतंत्रता एक मिथक है। उनका विचार था कि आर्थिक समानता न होने पर राजनीतिक स्वतंत्रता अर्थहीन हो जाती है।

किसने कहा आर्थिक स्वतंत्रता के बिना राजनीतिक स्वतंत्रता मिथक है?

यह लास्की है जिसका मतलब इन शब्दों से था। लेकिन HD Cole वह वास्तविक व्यक्ति है जिसने शब्दों को कहा है, बिना आर्थिक स्वतंत्रता के राजनीतिक स्वतंत्रता एक मिथक है।

किसने कहा कि विशेष विशेषाधिकार का अभाव समानता का आधार है?

समानता का अर्थ है सभी लोगों के लिए समान अधिकार और सभी विशेष अधिकारों और विशेषाधिकारों का उन्मूलन। - बार्कर।

किसने कहा कि राजनीतिक समानता तब तक वास्तविक नहीं हो सकती जब तक उसके साथ आभासी आर्थिक समानता न हो?

(4) आर्थिक समानता:

प्रोफेसर लास्की आर्थिक समानता के महान महत्व को रेखांकित करता है। राजनीतिक समानता इसलिए वास्तविक नहीं है जब तक कि यह आभासी आर्थिक स्वतंत्रता के साथ न हो; राजनीतिक शक्ति अन्यथा आर्थिक शक्ति की दासी बनने के लिए बाध्य है”।

सिफारिश की: