1970 के दशक में व्यक्तिगत कंप्यूटिंग क्रांति शुरू हुई, और 1980 तक, व्यक्तिगत कंप्यूटिंग ने सार्वजनिक चेतना में प्रवेश किया था। कंप्यूटिंग को विकेंद्रीकरण का पहला स्वाद मिला।
विकेंद्रीकरण कब शुरू किया गया था?
विकेंद्रीकरण की दिशा में एक बड़ा कदम 1992 में उठाया गया था। लोकतंत्र के तीसरे स्तर को अधिक शक्तिशाली और प्रभावी बनाने के लिए संविधान में संशोधन किया गया। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए। सभी पदों में से कम से कम एक तिहाई पद महिलाओं के लिए आरक्षित हैं।
भारत में विकेंद्रीकरण कब शुरू हुआ?
1993 में, भारत सरकार ने संवैधानिक सुधारों की एक श्रृंखला पारित की, जिसे स्थानीय राजनीतिक निकायों - पंचायतों को लोकतांत्रिक और सशक्त बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया।
विकेंद्रीकरण का विचार किसने पेश किया?
पियरे-जोसेफ प्राउडॉन(1809-1865), प्रभावशाली अराजकतावादी सिद्धांतकार ने लिखा: "पच्चीस वर्षों में विकसित मेरे सभी आर्थिक विचारों को शब्दों में अभिव्यक्त किया जा सकता है: कृषि-औद्योगिक संघ। मेरे सभी राजनीतिक विचार एक समान सूत्र पर आधारित हैं: राजनीतिक संघ या विकेंद्रीकरण।"
विकेंद्रीकरण का क्या कारण है?
जिन कारणों से सरकारें विकेंद्रीकरण शुरू करने का निर्णय लेती हैं उनमें शामिल हैं: दक्षता: दुर्लभ संसाधनों के आवंटन में प्रशासनिक और आर्थिक दक्षता में सुधार क्योंकि स्थानीय जरूरतों की बेहतर समझ है।