उनका जन्म बडाकारा के पास थाचोली में 'मणिकोथी' के परिवार में हुआ था। वह एक वीर योद्धा था, शत्रुओं के प्रति निर्दयी, लेकिन असहायों का मित्र। कालीकट के जमोरिन भी उनका आदर करते थे। उसने मथिलूर गुरुक्कल को हराया और उसे मार डाला।
थचोली ओथेनन कौन है?
थाचोली ओथेनन (सथ्यान) का जन्म मालाबार में मणिकोथ कोविलकोम के शाही परिवार में हुआ था। ओथेनन को बहुत छोटी उम्र से ही केरल के प्राचीन मार्शल आर्ट रूप 'कलारिपयट्टू' में प्रशिक्षित किया गया था। वह बड़ा होकर एक असाधारण बहादुर और कुशल योद्धा बन गया।
उन्नीयार्चा को क्या हुआ?
उन्नीयार्चा, जिनकी वृद्धावस्था में मृत्यु हो गई, 16वीं शताब्दी में जीवित रहे। ऐसी रिपोर्टें आई हैं जिनमें दावा किया गया है कि पुथुरम परिवार के उन्नियार्चा को मैसूर के टीपू ने पर कब्जा कर लिया था, जिन्होंने 1789 में मालाबार पर हमला किया था। यह बिल्कुल गलत है, क्योंकि टीपू वीर की मृत्यु के लगभग 200 साल बाद मालाबार पहुंचा था। उन्नियार्चा।