घूर्णन किसी वस्तु की घूर्णन अक्ष के चारों ओर वृत्ताकार गति है। एक त्रि-आयामी वस्तु में घूर्णन अक्षों की अनंत संख्या हो सकती है।
घूर्णन और परिक्रमण में क्या अंतर है?
"रोटेशन" किसी वस्तु की अपनी धुरी पर घूमने की गति को दर्शाता है। "क्रांति" किसी अन्य वस्तु के चारों ओर वस्तु की कक्षीय गति को संदर्भित करता है। उदाहरण के लिए, पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती है, जिससे 24 घंटे का दिन बनता है। पृथ्वी सूर्य के चारों ओर परिक्रमा करती है, जिससे वर्ष 365 दिन उत्पन्न होता है।
पृथ्वी के घूर्णन और परिक्रमण को क्या कहते हैं?
पृथ्वी का घूर्णन
इस काल्पनिक रेखा को अक्ष कहते हैं। पृथ्वी अपनी धुरी के चारों ओर घूमती है, जैसे कि एक शीर्ष अपनी धुरी के चारों ओर घूमता है। इस घूर्णन गति को पृथ्वी का घूर्णन कहते हैं। उसी समय पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती है, यह परिक्रमा भी करती है, या सूर्य की परिक्रमा करती है। इस आंदोलन को क्रांति कहा जाता है।
घूर्णन के क्या प्रभाव होते हैं?
घूर्णन कारण समुद्र और वायु धाराओं का विक्षेपण। हवाओं या धाराओं के चलने की तुलना में पृथ्वी बहुत तेजी से घूमती है। यह हवा की गति की दिशा में एक बड़ा जी विक्षेपण का कारण बनता है और अंततः निम्न दबाव कोशिकाओं और उच्च दबाव कोशिकाओं के चारों ओर घूमने का परिणाम होता है।
पृथ्वी का परिक्रमण किसे कहते हैं?
पृथ्वी के घूमने को घूर्णन कहते हैं। पृथ्वी को एक पूर्ण चक्कर लगाने में लगभग 24 घंटे या एक दिन का समय लगता है। उसी समय, पृथ्वी सूर्य के चारों ओर घूम रही है। इसक्रांति कहा जाता है। पृथ्वी को सूर्य के चारों ओर एक पूर्ण चक्कर लगाने में 365 दिनों से थोड़ा अधिक, या एक वर्ष का समय लगता है।