जॉर्जियाई कैलेंडर के अनुसार योगिनी एकादशी जून या जुलाई के महीने में आती है। हालांकि इस वर्ष योगिनी एकादशी आज 5 जुलाई 2021 को मनाई जाएगी। एकादशी तिथि 04 जुलाई 2021 को 19:55 से शुरू होकर 05 जुलाई 2021 को 22:30 बजे समाप्त होगी।
योगिनी एकादशी का क्या महत्व है?
योगिनी एकादशी का महत्व
ऐसा माना जाता है कि इस पवित्र दिन एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति को सभी प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती है, और उसके सभी पापों से मुक्ति मिलती है। उसकी इच्छाएं पूरी होती हैं। कुछ लोगों का यह भी मानना है कि एकादशी का व्रत करने से मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है।
योगिनी एकादशी के दिन क्या हम फल खा सकते हैं?
वैष्णव योगिनी एकादशी के दौरान अनुष्ठान:
इस दिन जमीन पर सोने की सलाह दी जाती है। वास्तविक एकादशी के दिन व्यक्ति दिन-रात उपवास करता है। कुछ भक्त अपने भगवान के सम्मान में पानी भी नहीं पीते हैं। … आंशिक उपवास में फल, मेवा और डेयरी उत्पाद खाने की अनुमति है।
योगिनी एकादशी पर मैं क्या खा सकता हूं?
योगिनी एकादशी का अर्थ है बिना नमक का खाना। भक्त को एकादशी से एक रात पहले से कोई उत्तेजक भोजन नहीं करना चाहिए और नमक रहित भोजन खाने का सुझाव दिया जाता है। जौ, मूंग दाल और गेहूं एक दिन पहले और साथ ही उपवास के दिन भी खाद्य पदार्थ वर्जित हैं।
योगिनी एकादशी कैसे मनाते हैं?
योगिनी एकादशी व्रत नियम
- जल्दी उठें (यदि संभव हो तो ब्रह्म मुहूर्त में - दो घंटे पहले)सूर्योदय)
- नहाकर साफ कपड़े पहनें।
- ध्यान करें (ध्यान) उसके बाद संकल्प (एक प्रतिज्ञा कि आप ईमानदारी से व्रत रखेंगे)।
- दशमी तिथि (दसवें दिन) को व्रत शुरू करते समय ब्रह्मचर्य बनाए रखें।