1950 और 1951 में, श्री अरबिंदो ने "सावित्री: ए लीजेंड एंड ए सिंबल" शीर्षक से अपनी महाकाव्य कविता को रिक्त पद्य में प्रकाशित किया। इंग्लैंड में, गुस्ताव होल्स्ट ने 1916 में एक अभिनय में एक चैम्बर ओपेरा की रचना की, इस कहानी पर आधारित उनकी रचना 25, सावित्री नाम की।
सावित्री ने किसकी रचना की थी?
बिना स्रोत वाली सामग्री को चुनौती दी जा सकती है और हटाया जा सकता है। सावित्री: ए लेजेंड एंड ए सिंबल महाभारत के धर्मशास्त्र पर आधारित श्री अरबिंदो द्वारा रिक्त पद्य में महाकाव्य कविता है।
सावित्री में कितनी किताबें हैं?
श्री अरबिंदो की 'सावित्री' 23,000 पंक्तियों की आध्यात्मिक महाकाव्य कविता है। हालाँकि यह कहीं-कहीं अस्पष्ट हो सकता है, जितना अधिक आप इसे पढ़ते हैं, उतना ही यह आप पर बढ़ता जाता है। इसके लेखक एक विशाल प्रतिभा और आधुनिक भारत के महानतम योगियों में से एक थे, जिनकी एकत्रित कृतियाँ 30 बड़े संस्करणों तक चलती हैं।
अरविन्द घोष की जन्म तिथि क्या है?
श्री अरबिंदो, मूल नाम अरबिंदो घोष, अरबिंदो ने भी अरविंद को लिखा, श्री ने भी श्री की वर्तनी की, (जन्म अगस्त 15, 1872, कलकत्ता [अब कोलकाता], भारत-दिसंबर में मृत्यु हो गई 5, 1950, पांडिचेरी [अब पुडुचेरी]), योगी, द्रष्टा, दार्शनिक, कवि और भारतीय राष्ट्रवादी जिन्होंने पृथ्वी पर दिव्य जीवन के दर्शन को प्रतिपादित किया …
सावित्री का आध्यात्मिक संदेश क्या है?
सावित्री 23,813 पंक्तियों का एक आध्यात्मिक महाकाव्य है। यह अखंड आत्म-साक्षात्कार का नाटक प्रस्तुत करता है, जो इसका आध्यात्मिक संदेश है। इसे "शब्दों में अनंत काल" भी कहा गया है।