सरोजिनी नायडू को भारत की कोकिला क्यों कहा जाता है?

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सरोजिनी नायडू को भारत की कोकिला क्यों कहा जाता है?
सरोजिनी नायडू को भारत की कोकिला क्यों कहा जाता है?
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भारत की कोकिला के रूप में जानी जाने वाली सरोजिनी नायडू ने यह उपनाम स्वयं के लिए कविता में उनके योगदान के कारण अर्जित किया। इमेजरी से भरपूर उनकी कृतियों में कई तरह के विषय शामिल हैं - प्रेम, मृत्यु, दूसरों के बीच अलगाव। … नायडू को दिल का दौरा पड़ा और 2 मार्च, 1949 को उत्तर प्रदेश के लखनऊ में उनका निधन हो गया।

भारत की कोकिला सरोजिनी नायडू को किसने नामित किया?

सरोजिनी नायडू को मूल रूप से महात्मा गांधी द्वारा भारत की कोकिला कहा जाता था।

भारत की कोकिला सरोजिनी नायडू कैसी हैं?

सरोजिनी नायडू (13 फरवरी 1879 - 2 मार्च 1949) एक भारतीय कवियित्री और राजनीतिक कार्यकर्ता थीं। … उन्होंने कम उम्र में ही कविता रचना शुरू कर दी थी और अपनी सरल, आदर्शवादी और रहस्यमय कविताओं के लिए लोकप्रिय रूप से 'भारत की कोकिला' के रूप में जानी जाती हैं। वह आठ भाई-बहनों में सबसे बड़ी थी।

सरोजिनी नायडू को कोकिला की उपाधि किसने दी और क्यों?

महात्मा गांधी ने सरोजिनी नायडू को उनकी कविताओं के सुंदर और लयबद्ध शब्दों के कारण 'नाइटिंगेल ऑफ इंडिया' (भारत कोकिला) की उपाधि दी, जिसे गाया भी जा सकता था।

भारत का बुलबुल किसे कहा जाता है?

क्यों सरोजिनी नायडू महात्मा गांधी को 'मिकी माउस' कहा जाता था और उन्होंने उन्हें 'बुलबुल' उपनाम दिया था सरोजिनी नायडू एक प्रतिभाशाली कवि थीं और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सबसे प्रमुख चेहरों में से एक थीं।

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