क़ैद-ए-आज़म रेजीडेंसी, जिसे ज़ियारत रेजीडेंसी के नाम से भी जाना जाता है, ज़ियारत, बलूचिस्तान, पाकिस्तान में स्थित है। यहीं पर मुहम्मद अली जिन्ना ने अपने जीवन के अंतिम दो महीने और दस दिन ए.एस. नथानिएल द्वारा पोषित किए। यह शहर का सबसे प्रसिद्ध स्थलचिह्न है, जिसका निर्माण 1892 में ब्रिटिश राज के दौरान हुआ था।
जियारत रेजीडेंसी का निर्माण किसने करवाया?
प्रसिद्ध बिल्डर नैयर अली दादा द्वारा पूरा किया गया पुनर्निर्माण कार्य और पुनर्वासित ज़ियारत रेजीडेंसी 14 अगस्त 2014 को तत्कालीन प्रधान मंत्री नवाज शरीफ द्वारा खोला गया। यह भवन अब सभी के देखने के लिए खुला है।
जियारत क्यों प्रसिद्ध है?
जियारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा जुनिपर वन होने के लिए प्रसिद्ध है। यह क्वेटा के स्थानीय आगंतुकों के लिए एक पसंदीदा स्थान है, क्योंकि यह क्वेटा से सिर्फ 2 घंटे की ड्राइव दूर है। ज़ियारत बलूचिस्तान के मुख्य आयुक्त का ग्रीष्मकालीन निवास था, और क्वेटा में यूरोपीय सैनिकों के लिए अभयारण्य: 8, 850 फीट (2, 700 मीटर)।
ज़ियारत का पुराना नाम क्या है?
प्रशासन। ज़ियारत जिला जुलाई 1986 में स्थापित किया गया था, जो पहले सिबी जिला का हिस्सा था।
दुनिया का सबसे बड़ा जुनिपर वन कौन सा है?
जियारत क्षेत्र पाकिस्तान में जुनिपर वन (जुनिपरस एक्सेलसा पॉलीकार्पस) का सबसे बड़ा क्षेत्र है, जो लगभग 110,000 हेक्टेयर को कवर करता है, और इसे दूसरा सबसे बड़ा माना जाता है। दुनिया में अपनी तरह का। ज़ियारत के जुनिपर दुनिया के सबसे पुराने जीवित पेड़ों में से हैं।