इतिहास खुद को दोहराता नहीं है। अगर ऐसा होता, तो हम बार-बार वही अतीत की घटनाओं को फिर से जी रहे होते और अंततः खुद को हमेशा के लिए फिर से जी रहे होते - एक ग्राउंडहोग डे वर्ल्ड। … यह सब इस बात पर निर्भर करता है कि आप कहां सोचते हैं कि अतीत शुरू होता है और खत्म होता है, जो एक ऐसी दुनिया में जो अनिवार्य रूप से खुद को दोहराती है वह मनमानी होगी।
क्या आप मानते हैं कि इतिहास खुद को दोहराता है?
इतिहासकार एक ऐतिहासिक स्थिति को समझने की कोशिश करते हैं और उसके लिए वे पैटर्न देखते हैं। … इतिहास केवल तभी खुद को दोहरा सकता है जब अध्ययन की जा रही प्रणाली ठीक वैसी ही हो जैसी अतीत में थी, जो वित्तीय प्रणाली जैसी जटिल, वास्तविक दुनिया प्रणालियों के लिए कभी भी मामला नहीं है, क्योंकि उदाहरण।
इतिहास खुद को दोहराने का उदाहरण क्या है?
इतिहास के खुद को दोहराने के कुछ उदाहरण क्या हैं? इतिहास को दोहराने के कुछ उदाहरण हैं नेपोलियन और हिटलर का रूस पर आक्रमण, महान मंदी और महामंदी, विलुप्त होने की घटनाएं और टेक सिंग, वासा और टाइटैनिक जैसे महान जहाजों का डूबना।
इतिहास के खुद को दोहराने का क्या मतलब है?
: फिर वही होता है।
इतिहास खुद को दोहराता है या तुकबंदी करता है?
“इतिहास खुद को दोहराता नहीं है, लेकिन यह अक्सर गाया जाता है।” इस उद्धरण का श्रेय अक्सर सैमुअल क्लेमेंस (उर्फ मार्क ट्वेन), एक अमेरिकी हास्यकार और सार्वजनिक टिप्पणीकार को दिया जाता है।