हसरत मोहानी का जन्म 1875 में उत्तर प्रदेश के उन्नाव में हुआ था। इस महान स्वतंत्रता सेनानी, उर्दू के जाने-माने कवि, ने 1921 में देश के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान क्रांतिकारी नारा 'इंकलाब जिंदाबाद' दिया था।
इंकलाब जिंदाबाद का नारा किसने गढ़ा?
यह नारा 1921 में उर्दू कवि, भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और कम्युनिस्ट पार्टी के नेता भारत के मौलाना हसरत मोहानी द्वारा गढ़ा गया था। इसे भगत सिंह (1907-) द्वारा लोकप्रिय बनाया गया था। 1931) 1920 के दशक के अंत में अपने भाषणों और लेखन के माध्यम से।
इंकलाब जिंदाबाद का नारा किसने दिया और इसका क्या मतलब है?
संकेत: इंकलाब जिंदाबाद एक नारा था जो भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान लोकप्रिय हुआ। इसे एक हिंदुस्तानी मुहावरा माना जाता है जिसका अर्थ है "क्रांति जीवित रहें" पूर्ण उत्तर: "इंकलाब जिंदाबाद" का नारा एक उर्दू कवि, हसरत मोहानी द्वारा गढ़ा गया था।
भगत सिंह ने क्या नारा दिया था?
सिंह ने 'इंकलाब जिंदाबाद' के नारे को लोकप्रिय बनाया जो भारत के सशस्त्र संघर्ष का नारा बन गया।
इकबाल का नारा क्या था?
“ सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा” – मुहम्मद इकबाल।