वैश्वीकरण उन्नीसवीं सदी के अंत तक अपने चरम पर पहुंच गया (1870 से 1913 तक की अवधि को कभी-कभी 'वैश्वीकरण का 'स्वर्ण युग' भी कहा जाता है), जब अंतर्राष्ट्रीय व्यापार, अंतर्राष्ट्रीय प्रवास प्रवाह और वित्तीय पूंजी की अंतर्राष्ट्रीय गतिशीलता अपने ऐतिहासिक शिखर (उस समय के लिए) पर पहुंच गई।
वैश्वीकरण के युग का क्या अर्थ है?
पहचानें ऐतिहासिक और सांस्कृतिक प्रणालियाँ जो वैश्वीकरण को चला रही हैं और दुनिया भर के समाजों को बदल रही हैं।
क्या हम वैश्वीकरण के युग में हैं?
हम निश्चित रूप से वैश्वीकरण केयुग में हैं।
वैश्वीकरण के युग की शुरुआत कब हुई?
वैश्वीकरण की शुरुआत कब हुई? कई विद्वानों का कहना है कि इसकी शुरुआत 1492 में कोलंबस की नई दुनिया की यात्रा के साथ हुई थी। हालांकि, कोलंबस की यात्रा से पहले लोग आस-पास और दूर के स्थानों की यात्रा करते थे, हालांकि, रास्ते में अपने विचारों, उत्पादों और रीति-रिवाजों का आदान-प्रदान करते थे।
वैश्वीकरण के दो युग कौन से हैं?
- वैश्वीकरण के सात युग।
- पुरापाषाण युग (70,000–10,000 ईसा पूर्व)
- नवपाषाण युग (10, 000–3000 ईसा पूर्व)
- अश्वारोही युग (3000–1000 ईसा पूर्व)
- शास्त्रीय युग (1000 ईसा पूर्व -1500 सीई)
- द ओशन एज (1500-1800)
- औद्योगिक युग (1800-2000)
- डिजिटल युग (इक्कीसवीं सदी)