: दोनों सतहों पर रंध्र होने से उभयचर पत्ते।
हाइपोस्टोमैटिक और एम्फीस्टोमैटिक क्या है?
एम्फिस्टोमैटिक: एक पत्ती को एम्फिस्टोमैटिक कहा जाता है जब पत्ती के दोनों तरफ रंध्र मौजूद होते हैं। हाइपोस्टोमैटिक: जब पत्ती के नीचे रंध्र मौजूद होता है तो एक पत्ती को हाइपोस्टोमैटिक कहा जाता है।
हाइपोस्टोमैटिक स्थिति क्या है?
जब रंध्र केवल पत्ती के नीचे की तरफ मौजूद होते हैं, तो इसे हाइपोस्टोमैटिक कहा जाता है। यह एक स्थिति होती है जब पत्तियों के रंध्र ज्यादातर नीचे, यानी, पर्ण अबाक्सियल सतह पर होते हैं।
एपिस्टोमैटिक क्या है?
एपिस्टोमेटिक अर्थ
फिल्टर । (वनस्पति विज्ञान, एक पत्ती का) केवल ऊपरी सतह पर रंध्र होना।
रंध्र कितने प्रकार के होते हैं?
मेटकाफ और चाक और मेटकाफ के अनुसार रंध्र के सात प्रकार (पांच द्विबीजपत्री से और दो एकबीजपत्री से) चित्र 12.9 में दिखाए गए हैं। द्विबीजपत्री और एकबीजपत्री में विभिन्न प्रकार के रंध्रों का आरेखीय निरूपण।