ताड़ासन एक मौलिक योग आसन का संस्कृत नाम है, अन्यथा माउंटेन पोज़ के रूप में जाना जाता है। … यह शब्द दो संस्कृत जड़ों से लिया गया है; टाडा, जिसका अर्थ है "पहाड़" और आसन का अर्थ है "सीट" या "आसन।"
ताड़ासन का क्या मतलब है?
ताड़ासन (संस्कृत: ताड़ासन; आईएएसटी: तासना), माउंटेन पोज यासमस्तीति (संस्कृत: समस्थिति; आईएएसटी: समस्तीति) आधुनिक योग में व्यायाम के रूप में एक स्थायी आसन है; मध्ययुगीन हठ योग ग्रंथों में इसका वर्णन नहीं है। यह कई अन्य खड़े आसनों का आधार है।
योग में सवासना का क्या अर्थ है?
योग।: एक ध्यान मुद्रा जिसमें व्यक्ति अपनी पीठ के बल लेट जाता है जिसे आमतौर पर योग सवासना में अंतिम विश्राम मुद्रा माना जाता है, कुल विश्राम की मुद्रा है जो इसे सबसे चुनौतीपूर्ण में से एक बनाती है। - योग जर्नल। - शव मुद्रा भी कहा जाता है।
ताड़ासन के चरण क्या हैं?
सांस लें और अपने पैर की उंगलियों को धीरे से उठाएं और अपने शरीर को अपनी एड़ी पर संतुलित करने का प्रयास करें। अपने कंधों, बाहों और छाती को ऊपर की ओर फैलाएं जबकि आपके पैर की उंगलियां आपके शरीर का भार उठाती हैं। अपने शरीर में सिर से पैरों तक खिंचाव महसूस करें। लगभग 5 से 10 सेकंड के लिए इस मुद्रा में रहें और फिर धीरे से साँस छोड़ें।
ताड़ासन किसे नहीं करना चाहिए?
ताड़ासन मतभेद:
- खड़े होने में असमर्थ: यह योग मुद्रा किसी के लिए भी फायदेमंद नहीं हो सकती है, जिसे लंबे समय तक पैरों के साथ एक साथ या अन्यथा खड़ा होना मुश्किल लगता है।
- गंभीर माइग्रेन या चक्कर आना: कोई व्यक्ति जो गंभीर माइग्रेन या चक्कर से पीड़ित है, उसके लिए यह मुद्रा एक चुनौती होगी।