व्याख्या: एक नाभिक प्रोटॉन और न्यूट्रॉन से बना होता है। प्रोटॉन का धनात्मक आवेश होता है और न्यूट्रॉन का उदासीन आवेश होता है। चूँकि एक उदासीन आवेश धनात्मक आवेश को रद्द नहीं करेगा, नाभिक का कुल आवेश धनात्मक होता है।
क्या नाभिक एक आवेश है?
परमाणु एक धनात्मक आवेशित नाभिक से बने होते हैं जो ऋणात्मक आवेशित इलेक्ट्रॉनों के एक बादल से घिरे होते हैं। … नाभिक प्रोटॉन नामक कणों का एक संग्रह है, जो सकारात्मक रूप से चार्ज होते हैं, और न्यूट्रॉन, जो विद्युत रूप से तटस्थ होते हैं।
क्या केंद्रक कोई आवेश नहीं है?
परमाणु के केंद्रक (केंद्र) में प्रोटॉन (धनात्मक आवेशित) और न्यूट्रॉन (कोई आवेश नहीं) होते हैं।
किस केंद्रक पर कोई आवेश नहीं होता?
न्यूट्रॉन: एक उप-परमाणु कण जो परमाणु के नाभिक का हिस्सा बनता है। इसका कोई चार्ज नहीं है। यह द्रव्यमान में एक प्रोटॉन के बराबर है या इसका वजन 1 एमू है।
परमाणु का केंद्रक कौन सा आवेश होता है?
नाभिक में प्रोटॉन होते हैं, जिनका धनात्मक आवेश के बराबर इलेक्ट्रॉन के ऋणात्मक आवेश के परिमाण में होता है। नाभिक में न्यूट्रॉन भी हो सकते हैं, जिनका द्रव्यमान लगभग समान होता है लेकिन कोई आवेश नहीं होता है।