संगम युग के दौरान पुहार एक प्रसिद्ध था?

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संगम युग के दौरान पुहार एक प्रसिद्ध था?
संगम युग के दौरान पुहार एक प्रसिद्ध था?
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चोल। संगम काल का चोल साम्राज्य आधुनिक तिरुचि जिले से दक्षिणी आंध्र प्रदेश तक फैला हुआ था। उनकी राजधानी पहले उरैयूर में स्थित थी और फिर पुहार में स्थानांतरित कर दी गई थी। कारिकाला संगम चोलों के एक प्रसिद्ध राजा थे।

पुहार किस लिए प्रसिद्ध है?

पुहार (पूमपुहर के नाम से भी जाना जाता है) दक्षिण भारतीय राज्य तमिलनाडु में मयिलादुथुराई जिले का एक शहर है। यह कभी कावेरी पूमपट्टिनम के नाम से जाना जाने वाला एक समृद्ध प्राचीन बंदरगाह शहर था, जो कुछ समय के लिए तमिलकम में प्रारंभिक चोल राजाओं की राजधानी के रूप में कार्य करता था।

पुहार के संस्थापक कौन थे?

पुहार तमिलनाडु का एक शहर है। इसे कावेरीपट्टनम के नाम से भी जाना जाता है। इसकी स्थापना चोल राजा करिकाल पुहार ने की थी, जो प्रारंभिक चोल राजाओं की राजधानी के रूप में कार्य करता था।

संगम युग का मुख्य महत्व क्या है?

कई शासक राजवंशों ने कला और संस्कृति को संरक्षण दिया, जिसके परिणामस्वरूप एक अद्वितीय द्रविड़ संस्कृति का विकास और विकास हुआ, जिसका आज तमिलनाडु प्रतीक है। तमिल देश में संगम युग तमिलों के सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक और सांस्कृतिक जीवन के लिए महत्वपूर्ण और अद्वितीय है।

पुहार या कावेरीपट्टिनम शहर का निर्माण किसने करवाया था?

प्राचीन चोल साम्राज्य का प्रमुख बंदरगाह कावेरीपट्टिनम कावेरी नदी के मुहाने पर स्थित था। आज इसकी पहचान तमिलनाडु के नागपट्टिनम जिले के एक कस्बे पुहार से हुई है। कावेरीपट्टिनम भी जाना जाता हैकावेरीपद्दीनम, और कावेरीपुम्पत्तिनम के रूप में। राजा करिकाल पुहार के संस्थापक थे।

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