गंगा के पश्चिमी तट पर स्थित, वाराणसी - जिसे बनारस भी कहा जाता है - हिंदुओं और बौद्धों दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण पवित्र शहर है। किंवदंती के अनुसार, इसकी स्थापना हिंदू देवता भगवान शिव 5,000 साल पहले ने की थी, हालांकि आधुनिक विद्वानों का मानना है कि यह लगभग 3,000 साल पुराना है।
वाराणसी की स्थापना कब हुई थी?
पुरातत्वविदों का मानना है कि वाराणसी में पहली बस्तियां 11वीं या 12वीं शताब्दी ईसा पूर्व में हुई थीं। यह शहर (हिंदुओं के लिए सात पवित्र शहरों में से एक जहां वे मोक्ष प्राप्त कर सकते हैं) को दुनिया के सबसे पुराने लगातार बसे हुए शहरों में से एक बनाता है। किंवदंती है कि वाराणसी की स्थापना शिव ने की थी।
क्या बनारस और वाराणसी एक ही हैं?
वाराणसी, जिसे बनारस, बनारस, या काशी, शहर, दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश राज्य, उत्तरी भारत भी कहा जाता है। यह गंगा (गंगा) नदी के बाएं किनारे पर स्थित है और हिंदू धर्म के सात पवित्र शहरों में से एक है। पॉप.
बनारस की स्थापना किसने की?
हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, वाराणसी की स्थापना शिव ने की थी, जो ब्रह्मा और विष्णु के साथ तीन प्रमुख देवताओं में से एक हैं।
20वीं सदी में बनारस किसने लिखा था?
शिव प्रसाद मिश्रा, काशी नाथ सिंह और शिव प्रसाद सिंह तीन उल्लेखनीय लेखक हैं जिन्होंने वाराणसी शहर पर केंद्रित लघु कथाएँ और उपन्यास लिखे।