भ्रम का मतलब क्यों होता है?

विषयसूची:

भ्रम का मतलब क्यों होता है?
भ्रम का मतलब क्यों होता है?
Anonim

1: खो जाने, भ्रमित होने या भ्रमित होने की अवस्था या भाव

किसी को भ्रमित करने का क्या मतलब है?

सकर्मक क्रिया। 1: किसी की बेइज्जती खोने का कारण (देखें बेयरिंग सेंस 6सी) शहर की सड़कों के चक्रव्यूह से हतप्रभ। 2: विशेष रूप से एक जटिलता, विविधता, या वस्तुओं या विचारों की भीड़ से भ्रमित या भ्रमित करने के लिए उसके निर्णय ने उसे भ्रमित कर दिया। निर्देशों से पूरी तरह हतप्रभ हैं।

जब कोई व्यक्ति भ्रमित होता है तो वह हतप्रभ होता है?

भ्रम भ्रमित और भ्रमित होने की स्थिति है। मूढ़ता का अर्थ है न समझना, लेकिन यह उससे भी आगे जाता है - इसका अर्थ है पूर्ण रहस्यवाद की स्थिति। जब लोग मौजूदा स्थिति से पूरी तरह से चकित होते हैं तो लोग हतप्रभ रह जाते हैं।

हैरान की जड़ क्या है?

भ्रम (एन.)

1789, "भयभीत होने की अवस्था या भाव," हतप्रभ से + -मेंट; अर्थ "बात या स्थिति जो हैरान करती है" 1840 से है।

क्या घबराहट एक भावना है?

भ्रम एक अल्पकालिक भावना है जो आमतौर पर अन्य भावनाओं से जुड़ी होती है जैसे भ्रमित, भ्रमित, हैरान, चकित, भटकाव, बेखबर या खो जाना।

सिफारिश की: