प्राकृतिक या असली हीरे 3 अरब साल पहले पृथ्वी की पपड़ी से लगभग 150km-200km नीचे बने थे, जबकि सिंथेटिक, लैब में विकसित हीरे मनुष्य द्वारा बनाए गए हैं। प्राकृतिक हीरों का विकल्प विकसित करने के लिए व्यापक शोध और कई वैज्ञानिकों की आवश्यकता है।
क्या मानव निर्मित हीरे असली हीरे हैं?
क्या प्रयोगशाला में विकसित हीरे असली लगते हैं? संक्षिप्त उत्तर: हां, क्योंकि वे असली हीरे हैं। प्रयोगशाला में उगाए गए और प्राकृतिक हीरों में नग्न आंखों से अंतर नहीं किया जा सकता है। उनके पास भी वही चमक है जो आप प्राकृतिक हीरे में देख सकते हैं।
क्या अधिकांश हीरे मानव निर्मित होते हैं?
प्राकृतिक हीरे प्रकृति द्वारा बनाए गए हैं, अरबों वर्षों के दौरान बनने वाली तीव्र गर्मी और दबाव के परिणामस्वरूप। प्रयोगशाला में उगाए गए हीरे एक प्रयोगशाला में बनाए जाते हैं, जो अक्सर कुछ ही हफ्तों में बन जाते हैं।
असली हीरे कैसे बनते हैं?
एक खनन, प्राकृतिक हीरा एक क्रिस्टलीकृत कार्बन संरचना है जो पृथ्वी की सतह के नीचे लाखों (या कभी-कभी अरबों) वर्षों में गर्मी और दबाव की सही परिस्थितियों में बनती है। प्राकृतिक घटनाओं (जैसे ज्वालामुखी विस्फोट) के दौरान हीरे को सतह पर लाया जाता है और फिर जमीन से खनन किया जाता है।
क्या बनाए गए हीरे नकली होते हैं?
प्रयोगशाला में बने हीरे नकली नहीं होते, वे रासायनिक और संरचनात्मक रूप से वास्तविक होते हैं, क्यूबिक ज़िरकोनिया या मोसेनाइट के विपरीत, जो हीरे के समान दिखते हैं लेकिन उनमें विभिन्न रसायन होते हैं औरभौतिक गुण (और जिसे आप आसानी से देख सकते हैं यदि आप इन रत्नों में से किसी एक पर सांस लेते हैं - तो यह धुंधला हो जाएगा)।