लोहे के गलाने के विकास का श्रेय परंपरागत रूप से अनातोलिया के हित्तियों को कांस्य युग के अंत में दिया गया। यह माना जाता था कि लोहे के काम करने पर उनका एकाधिकार बना रहता था, और उनका साम्राज्य उस लाभ पर आधारित था।
इंसानों ने सबसे पहले लोहा कब सूंघा?
पुरानी दुनिया में इंसानों ने प्रागैतिहासिक काल में धातुओं को गलाना सीखा, 8000 साल से भी पहले। "उपयोगी" धातुओं की खोज और उपयोग - पहले तांबा और कांस्य, फिर कुछ सहस्राब्दियों बाद लोहा - का मानव समाज पर व्यापक प्रभाव पड़ा।
लोहे की फोर्जिंग का आविष्कार किसने किया?
मूल और लौह युग
लोहार की उत्पत्ति पहली बार 1500 ईसा पूर्व में हुई थी जब हित्तियों ने लौह अयस्क बनाने और तड़के लगाने की प्रक्रिया की खोज की थी। जब हित्तियों को 1200 ईसा पूर्व में तितर-बितर किया गया था, तो उनका ज्ञान और बुनियादी लोहे के काम की समझ थी।
लौह और इस्पात गलाने का आविष्कार कब हुआ था?
प्रारंभिक लोहा और इस्पात
अनातोलिया में लोहे का उत्पादन शुरू हुआ लगभग 2000 ईसा पूर्व, और लौह युग 1000 ईसा पूर्व तक अच्छी तरह से स्थापित हो गया था। लोहा बनाने की तकनीक तब व्यापक रूप से फैल गई; 500 ई.पू. तक यह यूरोप की पश्चिमी सीमा तक पहुँच चुका था, और 400 ई.पू. तक यह चीन तक पहुँच चुका था।
स्टील का आविष्कार किस देश ने किया?
लेकिन दक्षिण एशिया के एक समाज के पास एक बेहतर विचार था। भारत पहला सच्चा स्टील का उत्पादन करेगा। लगभग 400 ईसा पूर्व, भारतीय धातुकर्मियों ने एक गलाने की विधि का आविष्कार किया जो सही मात्रा में बंधने के लिए हुआकार्बन से लोहे तक।